Rashtra vs Desh
कभी कभी सोचता हूँ की अपने "राष्ट्र
ध्वज" से इतना डर क्यों है मुजे ?
ये बात नहीं है की मुजे नियम और
रिवाज का पता नहीं है,
शायद ये सिर्फ देश का होता तो
वो डर तो नहीं होता अपनाने मे
मेरे देश का ध्वज है ये, ये सोच कर एक लहर गुजर जाती है दिलमे
पर
"राष्ट्र ध्वज" कुछ
भारीपन सा, डर जैसा महेसूस करवाता हे,
देश बोलने से मुजे खेत खलिहानों
वाला हरा रंग महसूस होता है
पता नहीं इस राष्ट्र मे भगवा रंग
कुछ भारी महेसूस करवाता है ।
विदेशमें अपने देशके ध्वज का रंग
और आकार तो चड्डी बनियान में देखा है
पर
वो तो वीज चोरी करते या कर चोरी
करते या ट्राफिक सिग्नल तोड़ते या सरकारी जगह को सिर्फ खुदकी समज कर नाश करते हुये हमारे
जितना तो नहीं देखा है ।
वो भी तो अपने देश से प्यार करते
ही होंगे,,,राष्ट्र का नहीं पता...
Sometimes I'm thinking and I have listened from rationalists that Nation
is just Imagination, some persons also used these words
as per his or her personal purpose.
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